मुंबई (महाराष्ट्र ): मुंबई हवाई अड्डे से एक दुखद मामला सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग को बुकिंग के बाद भी व्हीलचेयर नहीं मिली, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। हालांकि, इस घटना पर एयर इंडिया ने सफाई दी है। उसका कहना है कि यात्री से व्हीलचेयर मिलने तक इंतजार करने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी के साथ पैदल जाने का विकल्प चुना।
यर इंडिया की सफाई
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, '12 फरवरी को न्यूयॉर्क से मुंबई जा रहे हमारे एक मेहमान अपनी पत्नी के साथ इमिग्रेशन क्लियर करने के लिए जाते समय बीमार पड़ गए। बुजुर्ग यात्री ने व्हीलचेयर की मांग की थी। व्हीलचेयर की भारी मांग के कारण हमने यात्री से थोड़ा इंतजार करने का अनुरोध किया था लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी के साथ पैदल चलने का विकल्प चुना। ऐसे में बुजुर्ग इमिग्रेशन काउंटर तक पैदल चलकर गए। ऐसे में उनकी हालत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
यह है मामला
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 80 साल के बुजर्ग ने न्यूयॉक से मुंबई के लिए उड़ान भरी थी। दंपति ने अपने लिए व्हीलचेयर की बुकिंग की थी। मुंबई एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट जब लैंड हुई तो दंपति को सिर्फ एक व्हीलचेयर मिली। ऐसे में पति ने उसपर अपनी बुजुर्ग पत्नी को बैठाया और खुद पैदल चलने लगे। विमान से लेकर 1.5 किलोमीटर की दूरी पर टर्मिनल में बने इमिग्रेशन काउंटर तक बुजुर्ग को पैदल जाना पड़ा। काउंटर पर पहुंचने के बाद बुजुर्ग को चक्कर आया और हार्ट अटैक के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई। घटना के बाद बुजुर्ग को नानावती अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन इससे पहले मौत हो गई।
बुजुर्ग को व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं कराने के मामले में एयर इंडिया को डीजीसीए का नोटिस
विमानन नियामक डीजीसीए ने 80 वर्षीय यात्री को व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं कराने के मामले में एयर इंडिया को शुक्रवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। 80 वर्षीय यात्री मुंबई हवाई अड्डे के टर्मिनल तक पैदल जाने के दौरान गिर गए थे। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस घटना पर एयर इंडिया से रिपोर्ट मांगी थी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को कहा कि उसने संबंधित नागर विमानन आवश्यकताओं (सीएआर) के प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने के लिए एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एयरलाइन से सात दिन में जवाब देने को कहा गया है।